*”बेटियाँ”*
“बेटियाँ ”
मेरा स्वाभिमान अभिमान जीवन का आधार ।
घर की रौनक खुशियों से भर देती ये घर संसार।
सारी दुनिया की दौलत सबसे कीमती उपहार।
दूर रहकर भी दुःख हर लेती सबकी लाडली समझदार।
मेरी सोन चिरैया लाड़ जताती ,सेवा भाव आदर सत्कार।
अंतर्मन में ज्योति जगा सीना गर्व महसूस होता बारम्बार।
मान सम्मान देती सबका ख्याल रखती सभी कार्यों में कुशल व्यवहार।
मेरी प्यारी सी बेटियाँ परियाँ बनकर आई जीवन का आधार।
जय श्री कृष्णा राधे राधे ?
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