बेटा
कंही खो न जाए तेरी हसरतों में
तेरे संग चलते चलते मचलते।
जमाने कि यादों में हद भी ना पाऊं
तेरे कारवां को सजाते बनाते ।।
कंही खो न जाए तेरी हसरतों में
तेरे संग चलते चलते मचलते।।
हमें ए गुमाँ है तू ही मेरी जान है
तुझसे ही मेरी जिंदगी के अरमा अंदाज है
कही दम ना निकले तेरी
धड़कनों से।।
कंही खो न जाए तेरी हसरतों में
तेरे संग चलते चलते मचलते।।
तू ही आदमी है तू ही इंसान है
मेरी दुनियां का तू ही भगवान है
कहीं मिल ना जाए मंदिरों मस्जिदों में।।
कंही खो न जाए तेरी हसरतों में
तेरे संग चलते चलते मचलते।।
तू ही मेरी मंजिलों का कश्ती और मांझी
ख्वाबो ख्वाहिशों का तू ही
उड़ान है कहीं उड़ ना जाए तुंफ़ा
बादलों में ।।
कंही खो न जाए तेरी हसरतों में
तेरे संग चलते चलते मचलते।।