“”बेटा मै मां का प्यारा ———!
वह तो मेरी, प्यारी मां है, उसी की बदौलत ,
जीवन मेरा !
करता रहूं मैं, मन से सेवा ,जाता क्या है ,
इसमें मेरा !
बेटा मैं मां का प्यारा, दूंगा मां प्यार मै सारा।।
उदर में पाला, मुझको संभाला।
रक्त बूंद का, दिया था निवाला।।
आया धरा पर ,देखा उजाला।
मां ही मेरी, पहली पाठशाला।।
रिश्ता यह सबसे न्यारा, दूंगा मां प्यार मै सारा।।
लिखाया पढ़ाया, गोद में सुलाया।
बाहों के झूलो में ,खूब झुलाया ।।
सबको भूली मुझे न भुलाया।
दर्द पीर में भी, न ठुकराया ।।
साथ न छोड़ूं कभी तुम्हारा, दूंगा मां प्यार मै सारा।।
हम बच्चों का ,काम यही है।
मां जैसा तो कोई नहीं है।।
अपने लिए कितनी पीड़ा सही है।
मां के लिए गर, आंख न बही है।।
बने सब मां का सहारा, दूंगा मां प्यार मै सारा।।
**राजेश व्यास अनुनय**