Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Feb 2021 · 1 min read

“”बेटा मै मां का प्यारा ———!

वह तो मेरी, प्यारी मां है, उसी की बदौलत ,
जीवन मेरा !
करता रहूं मैं, मन से सेवा ,जाता क्या है ,
इसमें मेरा !
बेटा मैं मां का प्यारा, दूंगा मां प्यार मै सारा।।
उदर में पाला, मुझको संभाला।
रक्त बूंद का, दिया था निवाला।।
आया धरा पर ,देखा उजाला।
मां ही मेरी, पहली पाठशाला।।
रिश्ता यह सबसे न्यारा, दूंगा मां प्यार मै सारा।।
लिखाया पढ़ाया, गोद में सुलाया।
बाहों के झूलो में ,खूब झुलाया ।।
सबको भूली मुझे न भुलाया।
दर्द पीर में भी, न ठुकराया ।।
साथ न छोड़ूं कभी तुम्हारा, दूंगा मां प्यार मै सारा।।
हम बच्चों का ,काम यही है।
मां जैसा तो कोई नहीं है।।
अपने लिए कितनी पीड़ा सही है।
मां के लिए गर, आंख न बही है।।
बने सब मां का सहारा, दूंगा मां प्यार मै सारा।।
**राजेश व्यास अनुनय**

Language: Hindi
1 Like · 224 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
■ मोहल्ला ज़िंदा लोगों से बनता है। बस्ती तो मुर्दों की भी होत
■ मोहल्ला ज़िंदा लोगों से बनता है। बस्ती तो मुर्दों की भी होत
*प्रणय प्रभात*
*सर्दी की धूप*
*सर्दी की धूप*
Dr. Priya Gupta
हम करना कुछ  चाहते हैं
हम करना कुछ चाहते हैं
Sonam Puneet Dubey
ज़िंदगी ख़त्म थोड़ी
ज़िंदगी ख़त्म थोड़ी
Dr fauzia Naseem shad
*** मां की यादें ***
*** मां की यादें ***
Chunnu Lal Gupta
2896.*पूर्णिका*
2896.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
* बातें मन की *
* बातें मन की *
surenderpal vaidya
राम कहने से तर जाएगा
राम कहने से तर जाएगा
Vishnu Prasad 'panchotiya'
हंस के 2019 वर्ष-अंत में आए दलित विशेषांकों का एक मुआयना / musafir baitha
हंस के 2019 वर्ष-अंत में आए दलित विशेषांकों का एक मुआयना / musafir baitha
Dr MusafiR BaithA
आँख खुलते ही हमे उसकी सख़्त ज़रूरत होती है
आँख खुलते ही हमे उसकी सख़्त ज़रूरत होती है
KAJAL NAGAR
दुश्मन को दहला न सके जो              खून   नहीं    वह   पानी
दुश्मन को दहला न सके जो खून नहीं वह पानी
Anil Mishra Prahari
लग रहा है बिछा है सूरज... यूँ
लग रहा है बिछा है सूरज... यूँ
Shweta Soni
स्वतंत्रता सेनानी नीरा आर्य
स्वतंत्रता सेनानी नीरा आर्य
Anil chobisa
पनघट
पनघट
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
तुम्हारे दिल में इक आशियाना खरीदा है,
तुम्हारे दिल में इक आशियाना खरीदा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पर्यावरण
पर्यावरण
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
रोटी
रोटी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सातो जनम के काम सात दिन के नाम हैं।
सातो जनम के काम सात दिन के नाम हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
सच तो हम और आप ,
सच तो हम और आप ,
Neeraj Agarwal
*मुश्किल है इश्क़ का सफर*
*मुश्किल है इश्क़ का सफर*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
फांसी का फंदा भी कम ना था,
फांसी का फंदा भी कम ना था,
Rahul Singh
ক্ষেত্রীয়তা ,জাতিবাদ
ক্ষেত্রীয়তা ,জাতিবাদ
DrLakshman Jha Parimal
* आस्था *
* आस्था *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*बारिश का मौसम है प्यारा (बाल कविता)*
*बारिश का मौसम है प्यारा (बाल कविता)*
Ravi Prakash
माटी कहे पुकार
माटी कहे पुकार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Sometimes goals are not houses, cars, and getting the bag! S
Sometimes goals are not houses, cars, and getting the bag! S
पूर्वार्थ
स्वागत है इस नूतन का यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
स्वागत है इस नूतन का यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
जिंदगी
जिंदगी
लक्ष्मी सिंह
जब काँटों में फूल उगा देखा
जब काँटों में फूल उगा देखा
VINOD CHAUHAN
"प्रेमको साथी" (Premko Sathi) "Companion of Love"
Sidhartha Mishra
Loading...