बेजुबान पशु
क्या कहे अब इस मानव जाती को,
ये मानव नहीं ये तो राक्षस हो गए,
इनके भीतर की मानवतावाद ख़तम हो गई,
ये जालिम मानव को क्या कहे हम
जिसने बिन बोलने वाले पशु को तड़पाया
एक बेजुबान पशु पर तनिक भी तरस ना आया?
…………….. अंजली तिवारी✍️
क्या कहे अब इस मानव जाती को,
ये मानव नहीं ये तो राक्षस हो गए,
इनके भीतर की मानवतावाद ख़तम हो गई,
ये जालिम मानव को क्या कहे हम
जिसने बिन बोलने वाले पशु को तड़पाया
एक बेजुबान पशु पर तनिक भी तरस ना आया?
…………….. अंजली तिवारी✍️