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18 Apr 2024 · 1 min read

बेजुबाँ सा है इश्क़ मेरा,

बेजुबाँ सा है इश्क़ मेरा,
कभी मेरे आंखों में पढ़ लेना,
जो इज़हार हम कर नही पाते,
उसे मेरे लफ़्ज़ों में समझ लेना

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