Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jun 2022 · 1 min read

बेचारी ये जनता

बेचारी ये जनता
———००——-
गौतम गांधी के आंगना में
बिन नुपुर नाचे अराजकता ,
अराजकता के चक्रवात में
जनमन रोपित वैमनस्यता।
खून खराबा फसाद ये दंगे
दिन रात क्षरण हो रही मानवता,
बेगुनाह निरीहो के खून में
रंगी मुल्क की धर्मनिरपेक्षता।
नफरती हलाहल फैलाने में
मरुस्थल बनती नैतिकता ,
नेताशाही नित रहे ठाठ में
प्रिय प्रजातंत्र की विशेषता ।
टांग खींच और उठा पटक में
मद्य मस्त हुए हैं ये नेता ,
दब गई मंहगाई के पग तले
दीन हीन बेचारी ये जनता ।
चीर हरणो की चीख नारी में
दहेज बेदी में लटकती सुता ,
बेरोजगार सड़क नाप थके
कार्य करें वो अवैधानिकता ।
———————————–
शेख जाफर खान

Language: Hindi
8 Likes · 14 Comments · 646 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Fuzail Sardhanvi
कहीं वैराग का नशा है, तो कहीं मन को मिलती सजा है,
कहीं वैराग का नशा है, तो कहीं मन को मिलती सजा है,
Manisha Manjari
एक महिला की उमर और उसकी प्रजनन दर उसके शारीरिक बनावट से साफ
एक महिला की उमर और उसकी प्रजनन दर उसके शारीरिक बनावट से साफ
Rj Anand Prajapati
शब्द क्यूं गहे गए
शब्द क्यूं गहे गए
Shweta Soni
भांथी के विलुप्ति के कगार पर होने के बहाने / मुसाफ़िर बैठा
भांथी के विलुप्ति के कगार पर होने के बहाने / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
हम बच्चों की आई होली
हम बच्चों की आई होली
लक्ष्मी सिंह
कातिल
कातिल
Dr. Kishan tandon kranti
मैं तुम्हारे बारे में नहीं सोचूँ,
मैं तुम्हारे बारे में नहीं सोचूँ,
Sukoon
होती नहीं अराधना, सोए सोए यार।
होती नहीं अराधना, सोए सोए यार।
Manoj Mahato
* खूब खिलती है *
* खूब खिलती है *
surenderpal vaidya
💐प्रेम कौतुक-303💐
💐प्रेम कौतुक-303💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सत्य की खोज
सत्य की खोज
dks.lhp
होली गीत
होली गीत
umesh mehra
नेता या अभिनेता
नेता या अभिनेता
Shekhar Chandra Mitra
क्या वायदे क्या इरादे ,
क्या वायदे क्या इरादे ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
ये कैसी शायरी आँखों से आपने कर दी।
ये कैसी शायरी आँखों से आपने कर दी।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
!! बोलो कौन !!
!! बोलो कौन !!
Chunnu Lal Gupta
2703.*पूर्णिका*
2703.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*20वे पुण्य-स्मृति दिवस पर पूज्य पिता जी के श्रीचरणों में श्
*20वे पुण्य-स्मृति दिवस पर पूज्य पिता जी के श्रीचरणों में श्
*Author प्रणय प्रभात*
ज़िन्दगी में सभी के कई राज़ हैं ।
ज़िन्दगी में सभी के कई राज़ हैं ।
Arvind trivedi
गुफ्तगू
गुफ्तगू
Naushaba Suriya
दोहा छंद विधान
दोहा छंद विधान
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मन मंदिर के कोने से
मन मंदिर के कोने से
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*कुंडलिया कुसुम: वास्तव में एक राष्ट्रीय साझा कुंडलिया संकलन
*कुंडलिया कुसुम: वास्तव में एक राष्ट्रीय साझा कुंडलिया संकलन
Ravi Prakash
मैं जीना सकूंगा कभी उनके बिन
मैं जीना सकूंगा कभी उनके बिन
कृष्णकांत गुर्जर
आंखों की नशीली बोलियां
आंखों की नशीली बोलियां
Surinder blackpen
तुम्हीं हो
तुम्हीं हो
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
"वो यादगारनामे"
Rajul Kushwaha
ऐसे तो दूर नहीं होगी यह मुश्किल
ऐसे तो दूर नहीं होगी यह मुश्किल
gurudeenverma198
अंधा इश्क
अंधा इश्क
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...