Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jul 2023 · 1 min read

बेचना चाहता हूँ! / MUSAFIR BAITHA

बाज नौकरीशुदा लोग
भविष्य निधि बेच डालते हैं
जब वर्तमान की आसन्न चुनातियाँ
भविष्य बचाने पर भारी पड़ती होती हैं।
सामने की चुनौती का सामना करना
ज्यादा जरूरी है
पहले जरूरी है
पहली जरूरत है!
कोई मुझसे मेरी दशा पूछे
और पूछे कि क्यों मैं उम्रभर की संचित
अपनी तमाम शब्द निधि बेचना चाहता हूँ!

Language: Hindi
73 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr MusafiR BaithA
View all
You may also like:
नववर्ष।
नववर्ष।
Manisha Manjari
जिंदगी भी कुछ पहाड़ की तरह होती हैं।
जिंदगी भी कुछ पहाड़ की तरह होती हैं।
Neeraj Agarwal
आ जाओ
आ जाओ
हिमांशु Kulshrestha
निशाना
निशाना
अखिलेश 'अखिल'
"बातों से पहचान"
Yogendra Chaturwedi
बहुत चाहा हमने कि
बहुत चाहा हमने कि
gurudeenverma198
The Sky...
The Sky...
Divakriti
इतनी शिद्दत से रहा इन्तज़ार मुझे।
इतनी शिद्दत से रहा इन्तज़ार मुझे।
इशरत हिदायत ख़ान
ग़ज़ल _ दिलकश है मेरा भारत, गुलशन है मेरा भारत ,
ग़ज़ल _ दिलकश है मेरा भारत, गुलशन है मेरा भारत ,
Neelofar Khan
अब मत खोलना मेरी ज़िन्दगी
अब मत खोलना मेरी ज़िन्दगी
शेखर सिंह
गाय
गाय
Vedha Singh
*नौकरपेशा लोग रिटायर, होकर मस्ती करते हैं (हिंदी गजल)*
*नौकरपेशा लोग रिटायर, होकर मस्ती करते हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
बताओ नव जागरण हुआ कि नहीं?
बताओ नव जागरण हुआ कि नहीं?
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*प्रणय*
अगर आप
अगर आप
Dr fauzia Naseem shad
राज्यतिलक तैयारी
राज्यतिलक तैयारी
Neeraj Mishra " नीर "
मन की बात न कहें, तो मन नहीं मानता
मन की बात न कहें, तो मन नहीं मानता
Meera Thakur
तुझे कसम है मोहब्बत की लौटकर आजा ।
तुझे कसम है मोहब्बत की लौटकर आजा ।
Phool gufran
धड़कन से धड़कन मिली,
धड़कन से धड़कन मिली,
sushil sarna
4336.*पूर्णिका*
4336.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गणपति बैठो जन के मन में
गणपति बैठो जन के मन में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
समय
समय
नूरफातिमा खातून नूरी
वीर दुर्गादास राठौड़
वीर दुर्गादास राठौड़
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
अगर प्रेम में दर्द है तो
अगर प्रेम में दर्द है तो
Sonam Puneet Dubey
నమో గణేశ
నమో గణేశ
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
दीपक और दिया
दीपक और दिया
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
रोते हुए को हॅंसाया जाय
रोते हुए को हॅंसाया जाय
Mahetaru madhukar
"अनन्त "
Dr. Kishan tandon kranti
जिंदगी में अपने मैं होकर चिंतामुक्त मौज करता हूं।
जिंदगी में अपने मैं होकर चिंतामुक्त मौज करता हूं।
Rj Anand Prajapati
गम के आगे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी।
गम के आगे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...