Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 May 2024 · 1 min read

बेकरार दिल

बेकरार दिल को करार
आये कैसे जो अपना था
चला गया इस दुनियां से
से कहीं दूर *****
जिसके आने की
कोई उम्मीद ही नहीं
फिर भी ना जाने क्यों
और किसका इंतजार
क्या करे ये दिल बेकरार….
दिल की बेकरारी
भी क्या कहिये
जो अजीज है
वो नसीब नहीं
जो करीब है
वो अजीज नहीं
जिंदगी अपनी
सपने अपने
सपनों में रहता
कोई और है
तराना अपना
फसाना अपना
गुनगुनाता कोई
और है
दिल अपना
चाहते अपनी
चाहतों में निशानी
किसी और की
नींदें अपनी
सपने किसी और के
दर्द अपना
दवा बनता कोई और है
जिंदगी का फसाना भी अजीब है
जो अजीज है वहीं नहीं बन पाता
नसीब है
नसीब की बात भी क्या कहिए
जो पास है ,उसे दिल चाहता नहीं
जिसे दिल चाहता है ,वो नसीब में नहीं ।

107 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ritu Asooja
View all
You may also like:
उम्र भर मलाल रहेगा कि तुम मेरे ना हो पाए
उम्र भर मलाल रहेगा कि तुम मेरे ना हो पाए
शिव प्रताप लोधी
हमारी मंजिल
हमारी मंजिल
Diwakar Mahto
अगर आप हमारी मोहब्बत की कीमत लगाने जाएंगे,
अगर आप हमारी मोहब्बत की कीमत लगाने जाएंगे,
Kanchan Alok Malu
वादों की तरह
वादों की तरह
हिमांशु Kulshrestha
मैं इस दुनिया का सबसे बुरा और मुर्ख आदमी हूँ
मैं इस दुनिया का सबसे बुरा और मुर्ख आदमी हूँ
Jitendra kumar
*भारत का वंदन करें आज, हम गीत तिरंगे का गाऍं (राधेश्यामी छंद
*भारत का वंदन करें आज, हम गीत तिरंगे का गाऍं (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
😊धन्य हो😊
😊धन्य हो😊
*प्रणय*
गर्दिश का माहौल कहां किसी का किरदार बताता है.
गर्दिश का माहौल कहां किसी का किरदार बताता है.
कवि दीपक बवेजा
अनमोल जीवन
अनमोल जीवन
Shriyansh Gupta
3390⚘ *पूर्णिका* ⚘
3390⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
*** चल अकेला.....!!! ***
*** चल अकेला.....!!! ***
VEDANTA PATEL
प्रेम के दो  वचन बोल दो बोल दो
प्रेम के दो वचन बोल दो बोल दो
Dr Archana Gupta
डीजे
डीजे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आप कौन है, आप शरीर है या शरीर में जो बैठा है वो
आप कौन है, आप शरीर है या शरीर में जो बैठा है वो
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
मम्मी का ग़ुस्सा.
मम्मी का ग़ुस्सा.
Piyush Goel
🌸अनसुनी 🌸
🌸अनसुनी 🌸
Mahima shukla
बहर- 121 22 121 22
बहर- 121 22 121 22
Neelam Sharma
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
सत्य क्या है ?
सत्य क्या है ?
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
स्वयं का न उपहास करो तुम , स्वाभिमान की राह वरो तुम
स्वयं का न उपहास करो तुम , स्वाभिमान की राह वरो तुम
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
खुश रहोगे कि ना बेईमान बनो
खुश रहोगे कि ना बेईमान बनो
Shweta Soni
हमेशा तेरी याद में
हमेशा तेरी याद में
Dr fauzia Naseem shad
इस कदर आज के ज़माने में बढ़ गई है ये महगाई।
इस कदर आज के ज़माने में बढ़ गई है ये महगाई।
शेखर सिंह
आकर्षण और मुसाफिर
आकर्षण और मुसाफिर
AMRESH KUMAR VERMA
आओ गुफ्तगू करे
आओ गुफ्तगू करे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
33 लयात्मक हाइकु
33 लयात्मक हाइकु
कवि रमेशराज
तेरी यादों के सहारे वक़्त गुजर जाता है
तेरी यादों के सहारे वक़्त गुजर जाता है
VINOD CHAUHAN
Mental health
Mental health
Bidyadhar Mantry
"अनार और अंगूर"
Dr. Kishan tandon kranti
"समय का महत्व"
Yogendra Chaturwedi
Loading...