बेकद्री का ज़माना
पूछता है कौन शायर को
इस बेकदर संसार में!
मेरी ख्वाहिशें ज़िंदा ही
चुनवा दी गईं दीवार में!!
उनकी एक झलक के लिए
मेरी जान अटकी थी आंखों में!
और कितने भोलेपन से
वह खोई रहीं श्रृंगार में!!
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)