बुलेटप्रूफ गाड़ी
बुलेटप्रूफ गाड़ी में बन्दूक धारी
बड़ी शानो-शौकत से निकली सवारी
बड़ी देर तक रोक रक्खा सड़क पर
कहां जाये आखिर ये पब्लिक बेचारी
ये गाड़ी ये कोठी ये शोहरत ये रुतबा
बहुत फास्ट इनकम बढ़ी है तुम्हारी
तरक़्क़ी तरक़्क़ी तरक़्क़ी तरक़्क़ी
न तो भुखमरी अब , न बेरोज़गारी
अजब ढंग से बांटी है लोगों ने धरती
न सोना हमारा , न मिट्टी हमारी
– शिवकुमार बिलगरामी