बुलंदीआसमानों की सितारा भी मुबारक हो
बुलंदी आसमानों की सितारा भी मुबारक हो
तिरा आया जन्मदिन है जहां सारा मुबारक हो
पूरे अरमान हो तेरे मिला मौका मुबारक हो
तिरी मंजिल मिले तुझको तिरा रस्ता मुबारक हो
ग़मो की छाँव से डर क्या मुझे तेरा सहारा है
तिरी यादों में रहती हूं तिरा नाता मुबारक हो
मिले आँचल मुझे माँ का की सर पर हाथ हो उनका
रहें हम छाँव में उनकी वक्त वैसा मुबारक हो
नहीं है प्यार अब हमको जमाने की खुशियो से
तिरे पहलू में आकर के मिरा जाना मुबारक हो
कहीं ना बैठ जाना तुम कभी यूँ हारकर खुद से
सदा देना की दिल से तुम कँवल जीना सिखाती है