बुरा नहीं देखेंगे
बुरा नहीं देखेंगे
बुरा नहीं बोलेंगे
बुरा नहीं सुनेंगे
बुरा नहीं सहेंगे
बुरा नहीं करेंगे
बुरा करने देंगे नहीं
आवाज़ बुलंद करेंगे
गलत को गलत कहेंगे
सही को सही कहेंगे
झूठे को झूठा कहेंगे
सच्चे को सच्चा ही कहेंगे
बुराई को हराएंगे
सत्य को विजई बनाएंगे
तिरंगे की शान बढ़ाएंगे
कदम कदम मिलाएंगे
राष्ट्र प्रेम की ज्योती
घर घर जलाएंगे
न्याय की लड़ाई में
आगे आगे जायेंगें
संघर्षों में कदम
पीछे नहीं हटाएंगे
हार हो या जीत
गले लगाएंगे
विद्रोहियों का सामना करेंगे हंसकर
विद्रोही विचारों की चिता जलाएंगे
खामियां विचारों की
विचारों से ही मिटाएंगे
बुराई का अन्त अच्छाई से करेंगे
सत्य अहिंसा खातिर बैर भी भुलायेंगे
दुश्मन को गले लगाएंगे
दुश्मन को दोस्त बनाएंगे
स्वरचित रचना ___
__ सोनम पुनीत दुबे