बुद्धम और धम्म के रचैया..
बुद्धम और धम्म के रचइया….
आज भीम जन्मदिन मइया..
हम याद करैं सब भैय्या…
ओ…बुद्धम और धम्म के रचइया…
बुद्धम शरणम गच्छामि…
धम्म शरणम गच्छामि..
संघम शरणम गच्छामि… हो बुद्धम और धम्म..
जय भीम नाम से जलती है ये दुनिया…
आओ मिलके जहाँ को सबक ये सिखायें,
बुद्ध धर्म जो अपनाया भीम ने,
बुद्ध धर्म है शान हमारी
हम भी प्यारे क्यूँ न इसको अपनायें..
कोई न है हमारा खिवया….. बुद्धम और धम्म के …
बुद्धम शरणम गच्छामि…
धम्म शरणम गच्छामि..
संघम शरणम गच्छामि… हो बुद्धम और धम्म..
सभी गोलमेजों में पक्ष तेरा रखा,
प्यारे तूने उसको दिया भुलाई…..
जब उसका जीवन था खुशियाँ मनाने का,
तेरे लिए ले ली भीम ने जग से लड़ाई…
गाँधी को जीवन दान दे दिया,
मेरे भीम थे उनके प्राण बचैया…आज याद करें सब भैया..
बुद्धम और धम्म के रचैया….
बुद्धम शरणम गच्छामि…
धम्म शरणम गच्छामि..
संघम शरणम गच्छामि… हो बुद्धम और धम्म..
एक तरफ सारे मनुवादी,
भीमा अकेले थे उस रण भी भाई….
सभी विदेशों में छुट्टियां मनायें,
अकेले भीम ने दिया संविधान बनाई…
एक-एक पंक्ति में संविधान की,
लिख भीम ने दी अति सुंदर बनाई…..
बुद्धम शरणम गच्छामि…
धम्म शरणम गच्छामि..
संघम शरणम गच्छामि… हो बुद्धम और धम्म..
“आघात” आज बहुत याद है करता,
बाबा भीम के नाम पे है मरता ।
हम याद करें सब भैय्या….आयो भीम जन्मदिन मैय्या
बुद्धम और धम्म के रचैया…
बुद्धम शरणम गच्छामि…
धम्म शरणम गच्छामि..
संघम शरणम गच्छामि… हो बुद्धम और धम्म..