Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jun 2023 · 1 min read

बुढ़ापा

तजुर्बे का अगर अद्भुत संजोग है बुढ़ापा
तो समझिए जीवन का एक रोग भी है बुढ़ापा

इस समय में इंसान बेबसी के दौर से इस कदर गुजरता है ।
जवानी सा जोर नहीं रहता , दर्द की मौत से डरता है।

अपनी आदतों से इस वक़्त में अपनों से दूरियां बनवा देता है ।
बुढ़ापा वक्त ही ऐसा है दोस्त, जो खुद को खुद से भी कई बार गिरा देता है।

इस कदर हो जवानी में हमारा सफर
रहे न कोई उपलब्धियों की बुढ़ापे तक कसर
किस्से सुनाकर समझाएं अगली पीढ़ी को
आदर्श मानें हमें वो पहुंचाने वाली अगली सीढ़ी को

जवानी में सँजोये खुद को जुनून से इस कदर
बुढ़ापे में न रहें हमारी हड्डी किसी पर निर्भर
खुद को इस कदर हम उस समय सम्भाल लें
कुछ मन की कह दें और कुछ यूँ हीं टाल दें

स्वभाव को रखना होगा कुछ इस कदर लचीला।
क्या पता कब गुजर जाए उस मुसाफिर का जीवन मेला।

बने सहारा किसी का किसी न किसी रूप में
करें कर्म जिंदादिली से, छांव हो चाहे धूप में

जवानी में हमसे ऐसे कर्म करवाये विधाता
सभी का अच्छे एवम शांति से कट जाए बुढ़ापा।
कृष्ण मलिक अम्बाला ©® 04.09.2022

Language: Hindi
142 Views
Books from कृष्ण मलिक अम्बाला
View all

You may also like these posts

उन्हें हद पसन्द थीं
उन्हें हद पसन्द थीं
हिमांशु Kulshrestha
..
..
*प्रणय*
कुछ बाते बस बाते होती है
कुछ बाते बस बाते होती है
पूर्वार्थ
हर क्षण का
हर क्षण का
Dr fauzia Naseem shad
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
उसने कहा कि मैं बहुत ऊंचा उड़ने की क़ुव्व्त रखता हूं।।
उसने कहा कि मैं बहुत ऊंचा उड़ने की क़ुव्व्त रखता हूं।।
Ashwini sharma
सिखों का बैसाखी पर्व
सिखों का बैसाखी पर्व
कवि रमेशराज
बाल वीर दिवस
बाल वीर दिवस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
रमल मुसद्दस महज़ूफ़
रमल मुसद्दस महज़ूफ़
sushil yadav
"गरीबी मिटती कब है, अलग हो जाने से"
राकेश चौरसिया
आए हैं रामजी
आए हैं रामजी
SURYA PRAKASH SHARMA
विरह की आग
विरह की आग
लक्ष्मी सिंह
आख़िर उन्हीं २० रुपयें की दवाई ….
आख़िर उन्हीं २० रुपयें की दवाई ….
Piyush Goel
तुमसे करता हूँ मोहब्बत मैं जैसी
तुमसे करता हूँ मोहब्बत मैं जैसी
gurudeenverma198
कल को याद, भविष्य की बात
कल को याद, भविष्य की बात
Sonam Puneet Dubey
आज नहीं तो कल मै जागू
आज नहीं तो कल मै जागू
Buddha Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
rekha mohan
3413⚘ *पूर्णिका* ⚘
3413⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
हंसना आसान मुस्कुराना कठिन लगता है
हंसना आसान मुस्कुराना कठिन लगता है
Manoj Mahato
*अर्जुन का सौभाग्य सारथी, उसने कृष्ण बनाए (गीत)*
*अर्जुन का सौभाग्य सारथी, उसने कृष्ण बनाए (गीत)*
Ravi Prakash
ग़ज़ल _ मुझे मालूम उल्फत भी बढ़ी तकरार से लेकिन ।
ग़ज़ल _ मुझे मालूम उल्फत भी बढ़ी तकरार से लेकिन ।
Neelofar Khan
ज़िंदगी यूँ तो बड़े आज़ार में है,
ज़िंदगी यूँ तो बड़े आज़ार में है,
Kalamkash
"सियासत"
Dr. Kishan tandon kranti
इबारत जो उदासी ने लिखी है-संदीप ठाकुर
इबारत जो उदासी ने लिखी है-संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
कभी कभी
कभी कभी
Mamta Rani
कुछ राज, राज रहने दो राज़दार।
कुछ राज, राज रहने दो राज़दार।
डॉ० रोहित कौशिक
हाँ ये सच है कि मैं उससे प्यार करता हूँ
हाँ ये सच है कि मैं उससे प्यार करता हूँ
Dr. Man Mohan Krishna
राक्षसी कृत्य - दीपक नीलपदम्
राक्षसी कृत्य - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
" मुरादें पूरी "
DrLakshman Jha Parimal
पुनर्जन्म का नव संबंध
पुनर्जन्म का नव संबंध
Sudhir srivastava
Loading...