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1 Jan 2025 · 1 min read

सूर्योदय

बीता ३१ दिसंबर, छटा कोहरा अम्बर से
ताप हरे, संताप हरे, हर पल, हर प्रहर जो
ऐसा सूर्योदय हो, कामना मेरी दिव्यंबर से

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