बीते हुए कल का क्या करेगा?
आज और आनें वाले कल को तू बदल सकता है ये बात है सही।
पर बीते हुए कल का क्या करेगा इंसान जो बदलता नही कभी।।1।।
हर पल ही पीछा करता है इंसान का अतीत उसकी जिंदगी में उसके।
भाग ले जितना भाग सकता है माजी मिलेगा जरूर कही ना कभी।।2।।
सुनने में आया है तूने किये है बड़े गुनाह अपनी बीती ज़िंदगी में।
अब आवाम समझती है तुझको फरिश्ता क्या यह बात है सही।।3।।
शायद तूने खरीदी है खुशियां सोने जागने की हसने और हसाने की।
बेवकूफ ये ज़िन्दगी है खुदा की उसके शिवा इसपे किसी की ना चली।।4।।
हिदायत का दौर है दुनियाँ में ये खुदा की रहमत है हम पर आयी।
वरना इंसानों हस्ती क्या है तुम्हारी जब यहाँ फिरौन की ना चली ।।5।।
अभी भी वक्त है जा तौबा कर ले सच्चे दिल से खुदा के दरबार में।
गर आयी खुदा की खुदाई ज़माल पर तो समझो किसी की खैर ना बची।।6।।
भेजा था खुदा ने तुझको चैन ओ सुकूँ और अमन के लिए दुनियाँ में।
अब देखेगी खुदा का कहर भी दुनियां में ये तुम्हारी हमारी ज़िन्दगी।।7।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ