बिहार कब सुधरेगा भाई
इतनी बड़ी बड़ी हस्ती
ना कुछ कर रही है सस्ती
इनके महंगाई की चक्की में
पीस रही है बस्ती
फिर भी नेता जी ले रहे हैं अंगड़ाई
और मैं यह सोचता रह गया
बिहार कब सुधरेगा भाई !!
प्रेम पुजारी भरे पड़े हैं
सभ्यता का खबर नहीं
अश्लीलता की गाड़ी भागे
माने किसी का आडर नहीं
पर संस्कृति मंत्री ओढ़ के सोए हैं रजाई
और मैं यह सोचता रह गया
बिहार कब सुधरेगा भाई !!
सुनिल गोस्वामी