Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jun 2023 · 1 min read

बिल्ली मौसी (बाल कविता)

बिल्ली मौसी बड़ी सयानी,
छिपकर घर में आती है
पा जाए जो दूध कहीं तो
झट पट चट कर जाती है

आँखे इसकी नीली भूरी,
देख सदा मटकाती है
धीरे धीरे पूँछ हिला कर,
सबको यह भरमाती है।।1

छोटे छोटे कदम धरे पर,
नहीं पकड़ में आती है
आहट पाकर नौ दो ग्यारह,
पहले ही हो जाती है

चूहों से है वैर पुराना,
देख सभी छिप जाते हैं
जान बचे तो लाखों पाएँ,
अपने को समझाते हैं।।2

भूख लगे तो म्याऊँ म्याऊँ,
कहके हमें बुलाती है
खाने को कुछ नहीं मिले तो,
ऊधम खूब मचाती है

बिल्ली रस्ता काट गयी तो,
तनिक न भय तुम खाना जी
यह भी है हम सबके जैसी
सबको यह समझाना जी।।3

नाथ सोनांचली

1 Like · 585 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हमको बच्चा रहने दो।
हमको बच्चा रहने दो।
Manju Singh
बड़े महंगे महगे किरदार है मेरे जिन्दगी में l
बड़े महंगे महगे किरदार है मेरे जिन्दगी में l
Ranjeet kumar patre
गज़ल
गज़ल
सत्य कुमार प्रेमी
नव वर्ष की बधाई -2024
नव वर्ष की बधाई -2024
Raju Gajbhiye
मौत पर लिखे अशआर
मौत पर लिखे अशआर
Dr fauzia Naseem shad
रूह की अभिलाषा🙏
रूह की अभिलाषा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बाल कविता: भालू की सगाई
बाल कविता: भालू की सगाई
Rajesh Kumar Arjun
When you become conscious of the nature of God in you, your
When you become conscious of the nature of God in you, your
पूर्वार्थ
जिंदगी तेरे सफर में क्या-कुछ ना रह गया
जिंदगी तेरे सफर में क्या-कुछ ना रह गया
VINOD CHAUHAN
రామయ్య మా రామయ్య
రామయ్య మా రామయ్య
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
ज़िन्दगी लाज़वाब,आ तो जा...
ज़िन्दगी लाज़वाब,आ तो जा...
पंकज परिंदा
मातृभूमि पर तू अपना सर्वस्व वार दे
मातृभूमि पर तू अपना सर्वस्व वार दे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सत्य तो सीधा है, सरल है
सत्य तो सीधा है, सरल है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
पर्यावरण सम्बन्धी स्लोगन
पर्यावरण सम्बन्धी स्लोगन
Kumud Srivastava
कविता
कविता
Mahendra Narayan
आलस्य एक ऐसी सर्द हवा जो व्यक्ति के जीवन को कुछ पल के लिए रा
आलस्य एक ऐसी सर्द हवा जो व्यक्ति के जीवन को कुछ पल के लिए रा
Rj Anand Prajapati
दिन भर घूमती हैं लाशे इस शेहर में
दिन भर घूमती हैं लाशे इस शेहर में
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
😘अभी-अभी😘
😘अभी-अभी😘
*प्रणय*
ऐ सावन अब आ जाना
ऐ सावन अब आ जाना
Saraswati Bajpai
समंदर है मेरे भीतर मगर आंख से नहींबहता।।
समंदर है मेरे भीतर मगर आंख से नहींबहता।।
Ashwini sharma
हम प्यार तुमसे कर सकते नहीं
हम प्यार तुमसे कर सकते नहीं
gurudeenverma198
दृष्टा
दृष्टा
Shashi Mahajan
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
दिन को रात और रात को दिन बना देंगे।
दिन को रात और रात को दिन बना देंगे।
Phool gufran
सफरसाज
सफरसाज
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
"यह भी गुजर जाएगा"
Dr. Kishan tandon kranti
डॉ अरुण कुमार शास्त्री -
डॉ अरुण कुमार शास्त्री -
DR ARUN KUMAR SHASTRI
क्या ग़ज़ब वाक़या हुआ
क्या ग़ज़ब वाक़या हुआ
हिमांशु Kulshrestha
4943.*पूर्णिका*
4943.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
संवेदना(कलम की दुनिया)
संवेदना(कलम की दुनिया)
Dr. Vaishali Verma
Loading...