बिरहन
साजन सावन का मास, करूंँ मनुहारी।
देखो बिरहन है आज, तुम्हारी प्यारी।
चूड़ी कंगन बेकार, महावर पायल-
आदर सादर बिन हाय, तुम्हारी नारी।
(स्वरचित मौलिक)
#सन्तोष_कुमार_विश्वकर्मा_सूर्य
तुर्कपट्टी, देवरिया, (उ.प्र.)
☎️7379598464
साजन सावन का मास, करूंँ मनुहारी।
देखो बिरहन है आज, तुम्हारी प्यारी।
चूड़ी कंगन बेकार, महावर पायल-
आदर सादर बिन हाय, तुम्हारी नारी।
(स्वरचित मौलिक)
#सन्तोष_कुमार_विश्वकर्मा_सूर्य
तुर्कपट्टी, देवरिया, (उ.प्र.)
☎️7379598464