Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Aug 2021 · 1 min read

बिना पतझड़ की बहार के

तुम मेरे घर
पधार रहे हो ऐसे जैसे
पतझड़ के पश्चात
आ रही हो
झूम झूमकर
फूलों की बहार
तुम मुझे कोई कांटा न
चुभाना
मैं करती हूं तुमसे
इस तरह की अनगिनत अपेक्षाएं
हजार
तुम मेरे जीवन में मत
ठहरना
बस थोड़ा रुककर वापिस चले
जाना
फिर कुछ समय बाद
चले आना
बिना पतझड़ की बहार के।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
275 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Minal Aggarwal
View all
You may also like:
हर दिल में एक टीस उठा करती है।
हर दिल में एक टीस उठा करती है।
TAMANNA BILASPURI
संस्कार में झुक जाऊं
संस्कार में झुक जाऊं
Ranjeet kumar patre
मुस्किले, तकलीफे, परेशानियां कुछ और थी
मुस्किले, तकलीफे, परेशानियां कुछ और थी
Kumar lalit
*संस्कारों की दात्री*
*संस्कारों की दात्री*
Poonam Matia
मुझे भी बतला दो कोई जरा लकीरों को पढ़ने वालों
मुझे भी बतला दो कोई जरा लकीरों को पढ़ने वालों
VINOD CHAUHAN
कहते हैं तुम्हें ही जीने का सलीका नहीं है,
कहते हैं तुम्हें ही जीने का सलीका नहीं है,
manjula chauhan
दोहा बिषय- दिशा
दोहा बिषय- दिशा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हिम्मत वो हुनर है , जो आपको कभी हारने नहीं देता।   नील रूहान
हिम्मत वो हुनर है , जो आपको कभी हारने नहीं देता। नील रूहान
Neelofar Khan
The Magical Darkness
The Magical Darkness
Manisha Manjari
* पावन धरा *
* पावन धरा *
surenderpal vaidya
******आधे - अधूरे ख्वाब*****
******आधे - अधूरे ख्वाब*****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अर्थहीन हो गई पंक्तियां कविताओं में धार कहां है।
अर्थहीन हो गई पंक्तियां कविताओं में धार कहां है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
यादों की तस्वीर
यादों की तस्वीर
Dipak Kumar "Girja"
प्रकृति में एक अदृश्य शक्ति कार्य कर रही है जो है तुम्हारी स
प्रकृति में एक अदृश्य शक्ति कार्य कर रही है जो है तुम्हारी स
Rj Anand Prajapati
बिलकुल सच है, व्यस्तता एक भ्रम है, दोस्त,
बिलकुल सच है, व्यस्तता एक भ्रम है, दोस्त,
पूर्वार्थ
"सफर,रुकावटें,और हौसले"
Yogendra Chaturwedi
*मैं और मेरी चाय*
*मैं और मेरी चाय*
sudhir kumar
गुरु महाराज के श्री चरणों में, कोटि कोटि प्रणाम है
गुरु महाराज के श्री चरणों में, कोटि कोटि प्रणाम है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"नमक का खारापन"
Dr. Kishan tandon kranti
जिंदगी एक परीक्षा है काफी लोग.....
जिंदगी एक परीक्षा है काफी लोग.....
Krishan Singh
एक जमाना था...
एक जमाना था...
Rituraj shivem verma
लेकिन क्यों ?
लेकिन क्यों ?
Dinesh Kumar Gangwar
जानां कभी तो मेरे हाल भी पूछ लिया करो,
जानां कभी तो मेरे हाल भी पूछ लिया करो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
करना था यदि ऐसा तुम्हें मेरे संग में
करना था यदि ऐसा तुम्हें मेरे संग में
gurudeenverma198
#चलते_चलते
#चलते_चलते
*प्रणय*
शिक़ायत है, एक नई ग़ज़ल, विनीत सिंह शायर
शिक़ायत है, एक नई ग़ज़ल, विनीत सिंह शायर
Vinit kumar
उम्र का एक
उम्र का एक
Santosh Shrivastava
कुछ...
कुछ...
Naushaba Suriya
माँ
माँ
Raju Gajbhiye
ये रात है जो तारे की चमक बिखरी हुई सी
ये रात है जो तारे की चमक बिखरी हुई सी
Befikr Lafz
Loading...