बिना दूरी तय किये हुए कही दूर आप नहीं पहुंच सकते
कभी अपनों से दूर जाना ही होता है,
अपने आप को आगे बढ़ाना ही होता है,
खुद के लिए कुछ करना है,
तो खुद के लिए लड़ना है,
घर में रह कर एक पौधा कभी पेड़ नहीं बन सकता,
जब उसको बहार लगाओगे,
तभी वो पेड़ बनेगा,
अगर दूरी बर्दाश्त नहीं है,
आगे केसे बढ़ोगे,
और खुद के लिए खड़े हो,
इतना कैसे पढोगे,
कुछ करना है,
तो दूर जाना ही होगा,
खुद के लिए लड़ना है,
तो
सब भूलकर आगे बढ़ना ही होगा|