बिदाई
जा रहे हो! बेशक जाओ,
प्रगति का नया ,पथ तुम बनाओ।
घबराना मत! मैं हूं,
तुम्हारे हर सवाल के, जवाब में मैं हूं।
जब लगे कि अंधेरा है हर तरफ,
बेचैन मत होना!
रोशनी की लौ लिए, एक तरफ मैं हूं।
सीमाओं को लांघ कर,
नई ऊंचाइयों को छूना तुम,
किंतु इस सफर में भी ,
किसी का दिल ना दुखाना तुम।
मंजिल को दूर देखकर,
यदि टूटे कभी हौसला तुम्हारा,
मेरी कही बातों को, जरूर दोहराना।
तुम डरना नहीं, आगे बढ़ने से,
क्योंकि मेरे बच्चे …..
सोने की कीमत तो,
बढ़ती है और तपने से।