बिछड़न [भाग१]
जब ईश्वर आए होंगे
धरती से तुम्हें लेने के लिए,
उन्हें देख अपने सामने
तुम भी भौंचक रह गए होगे।
हमें दिये गये वचन ने
तुम्हें कई बार रोका होगा।
हमें छोड़कर जाने का
तेरा मन भी न रहा होगा।
तुमने ईश्वर से हाथ जोड़कर
कई बार मिन्नतें जरूर की होगी।
हम दोनों के गहरे प्यार का
वास्ता जरूर दी होगी।
यह अलग बात है कि
ईश्वर ने विधि का विधान बताकर,
अपने फैसले के आगे
तेरी एक न सुनी होगी।
हमें ऐसे तन्हा छोड़ जाने की
तेरा मन भी न रहा होगा।
इतना प्यार करते थे जो तुम हमसें,
तेरी आँखे भी उस दिन बहुत रोया होगा।
सोचा जरूर रहा होगा तुमने
अपना नया पता बताने की,
शायद ईश्वर ने तुम्हें
वह भी बताने न दिया होगा।
इशारा किया होगा तुमने फिर भी,
पर इशारा मैं समझी न होगी।
तुम्हारा प्यार तो सच्चा था।
शायद मेरे प्यार में कमी रही होगी।
~ अनामिका