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7 Feb 2022 · 2 min read

“ बिछुड़े मिल जाते हैं तो बहार आ जाती है “

डॉ लक्ष्मण झा” परिमल ”
(संस्मरण )
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कुछ बचपन के दोस्त होते हैं ,कई स्कूल में दोस्त बन जाते हैं , कुछ एक महाविध्यालय और विश्वविध्यालय के परिसर में हमें अपने मित्रों का सानिध्य प्राप्त होता है ! कितने मित्र खेलों के मैदानों में बन जाते हैं ! कोई रंगमंच का कलाकार होता है ! संगीत और गायन के साथी भी मिल जाते हैं ! भाषण ,वाद -विवाद और सांस्कृतिक कार्यक्रम से जुड़े साथिओं का साथ मिल जाता है !हमारा जीवन सुखमय बन जाता है ! आस – पड़ोस के मित्रों की भी संख्या बड़ जाती है ! हरेक गतिविधिओं में हमारे मित्र होते हैं !
पर समय के परिवर्तन के साथ-साथ दोस्त एक -एक करके बिछुड़ते चले जाते हैं ! कोई कहाँ ,कोई कहाँ ! बहुत कम ही लोग हैं जो पुरानी मित्रता को अभी तक जीवित रखे हैं ! आस – पड़ोस मित्रों का भी दर्शन हो नहीं पाता है ! हरेक परिवेशों में मित्रता बदलती रहती है ! सरकारी स्थानांतरित नौकारिओं में हरेक स्थानों पर नए मित्र बन जाते हैं ! विचारों के मेल से ट्रेन के सफर में भी लोग दोस्त बन जाते हैं ! नए चेहरे सामाजिक उत्सवों में भी कई दोस्त बन जाते हैं !
विचारों का मिलना ,सहयोग की भावना ,आकर्षक भंगिमा और मिलना -जुलना मित्रता का स्तम्भ माना गया है ! जीवन के हर मोड़ पर हमें इनकी ही तलाश रहती है ! और इस तरह की मित्रता कभी भुलायी नहीं जाती ! वह मित्रता वर्षों का हो ,एक दिन का हो या कुछ क्षण का ! एक बार दिल में उतर गई तो उसे भुलायी नहीं जाती !
1971 के दिनों में मालदा प. बंगाल से हमारे पड़ोस में एक हमउम्र ,नाम- तपन कुमार दास आया था ! उसके सानिध्य का आकर्षण मेरे हृदय पे छा गया ! मात्र दो घंटों में हम दोनों घनिष्ट मित्र बन गए ! उसके चले जाने के बाद सिर्फ पत्राचार कुछ दिनों तक चला ! फिर अचानक कड़ी टूटती चली गई !
04. जून 2021 हम कंप्युटर में लगे थे ! ढूँढना शुरू किया ! गूगल देवता से विनती की ! कई तपन कुमार दास के प्रोफाइल सामने आए ! हमारी शक्लें अब इतने सालों में बदली हुईं नजर आयी ! पर उसके गाँव -गाज़ोल को पढ़कर अनुमान लगाया कि ये यही तपन कुमार दास है ! और पूरे 50 सालों के बाद हम दोनों डिजिटल तौर पर मिल ही गए !
आज यदि यह गूगल ना होता तो शायद हम नहीं मिल पाते ! सही कहते हैं “ बिछुड़े मिल जाते हैं तो बहार आ जाती है “!
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डॉ लक्ष्मण झा” परिमल ”
साउंड हेल्थ क्लिनिक
एस ० पी ० कॉलेज रोड
दुमका
झारखंड
भारत

Language: Hindi
222 Views

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