बिछड़ के नींद से आँखों में बस जलन होगी,
बिछड़ के नींद से आँखों में बस जलन होगी,
यादों की लहरों में दर्द की बहन होगी।
मिटा दूंगा ये रास्ता, बिछड़ा हुआ पल लेकर,
दिल की धड़कन में जलती ये चिंगारी होगी।
अनजाने सफ़र पर, तूम्हारी यादों की छाँव होगी,
मेरी रूह का कोई किनारा, तेरे ख्वाबों में बसने होगी।
जो थे साथ तेरे, वो अब बेवजह याद आएंगे,
मेरे दिल के आईने में तेरी आँखों की ख़्वाहिश होगी।
यादें रहेंगी सदा, बिना मिले चले जाओगे,
दिल के किसी कोने में एक आवाज़ तेरी मचलने होगी।
बेख़ुदी की रातों में, तेरे ही साथ याद आएंगे,
मेरी हर सांस में तेरा एक आहिस्सा महकने होगी।
बिछड़ जाऊँगा तेरे साथ से, पर यादें रहेंगी सदा,
दर्द भरी रातों में, तेरी मुस्कान बचाने होगी।
कुछ रिश्ते अधूरे रह जाते हैं, पर यादें साथ चली जाती हैं,
अनजाने सफ़र में, तेरी आँखों की चमक छलकने होगी।
बिछड़ के नींद से आँखों में बस जलन होगी,
यादों की लहरों में दर्द की बहन होगी।