Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Aug 2022 · 1 min read

बिंदु छंद “राम कृपा”

सत्यसनातन, ये है ज्ञाना।
भक्ति बिना नहिं, हो कल्याना।।
राम-कृपा जब, होती प्राणी।
हो तब जागृत, अन्तर्वाणी।।

चक्षु खुले मन, हो आचारी।
दूर हटे तब, माया सारी।।
प्रीत बढ़े जब, सद्धर्मों में।
जी रहता नित, सत्कर्मों में।

राम समान न, कोई देवा।
इष्ट धरो अरु, चाखो मेवा।।
नित्य जपे नर, जो भी माला।
दुःख हरे सब, वे तत्काला।

पाप भरी यह, मेरी काया।
मैं नतमस्तक, हो के आया।।
राम दयामय, मोहे तारो।
कष्ट सभी प्रभु, मेरे हारो।।
================

बिंदु छंद विधान –

“भाभमगा” यति, छै ओ’ चारी।
‘बिंदु’ रचें सब, छंदा प्यारी।।

“भाभमगा” = भगण भगण मगण गुरु

(211 211, 222 2) = 10 वर्ण प्रति पद का वर्णिक छंद। 4 पद, (यति 6 और 4 वर्ण पर।) दो-दो पद समतुकांत।
*******************

बासुदेव अग्रवाल ‘नमन’ ©
तिनसुकिया

351 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पीड़ा
पीड़ा
DR ARUN KUMAR SHASTRI
संवेदना
संवेदना
Shama Parveen
सरकारी स्कूल और सरकारी अस्पतालों की हालत में सुधार किए जाएं
सरकारी स्कूल और सरकारी अस्पतालों की हालत में सुधार किए जाएं
Sonam Puneet Dubey
पछतावे की अग्नि
पछतावे की अग्नि
Neelam Sharma
मां बाप के मरने पर पहले बच्चे अनाथ हो जाते थे।
मां बाप के मरने पर पहले बच्चे अनाथ हो जाते थे।
Rj Anand Prajapati
आंगन की किलकारी बेटी,
आंगन की किलकारी बेटी,
Vindhya Prakash Mishra
प्रदूषण
प्रदूषण
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
संविधान का पालन
संविधान का पालन
विजय कुमार अग्रवाल
*लू के भभूत*
*लू के भभूत*
Santosh kumar Miri
*श्री राजेंद्र कुमार शर्मा का निधन : एक युग का अवसान*
*श्री राजेंद्र कुमार शर्मा का निधन : एक युग का अवसान*
Ravi Prakash
" हय गए बचुआ फेल "-हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
शु
शु
*प्रणय*
अहाना छंद बुंदेली
अहाना छंद बुंदेली
Subhash Singhai
ना मुझे मुक़द्दर पर था भरोसा, ना ही तक़दीर पे विश्वास।
ना मुझे मुक़द्दर पर था भरोसा, ना ही तक़दीर पे विश्वास।
कविता झा ‘गीत’
मुक्तक
मुक्तक
डॉक्टर रागिनी
वृद्धाश्रम इस समस्या का
वृद्धाश्रम इस समस्या का
Dr fauzia Naseem shad
वो जो मुझसे यूं रूठ गई है,
वो जो मुझसे यूं रूठ गई है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
करके याद तुझे बना रहा  हूँ  अपने मिजाज  को.....
करके याद तुझे बना रहा हूँ अपने मिजाज को.....
Rakesh Singh
देखो ना आया तेरा लाल
देखो ना आया तेरा लाल
Basant Bhagawan Roy
छठ पूजन
छठ पूजन
surenderpal vaidya
बाल्मीकि जयंती की शुभकामनाएँ
बाल्मीकि जयंती की शुभकामनाएँ
Dr Archana Gupta
तेवरी
तेवरी
कवि रमेशराज
जीवन के लक्ष्य,
जीवन के लक्ष्य,
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
𑒚𑒰𑒧-𑒚𑒰𑒧 𑒁𑒏𑒩𑓂𑒧𑒝𑓂𑒨𑒞𑒰 𑒏, 𑒯𑒰𑒙 𑒮𑒥 𑒪𑒰𑒑𑒪 𑒁𑒕𑒱 !
𑒚𑒰𑒧-𑒚𑒰𑒧 𑒁𑒏𑒩𑓂𑒧𑒝𑓂𑒨𑒞𑒰 𑒏, 𑒯𑒰𑒙 𑒮𑒥 𑒪𑒰𑒑𑒪 𑒁𑒕𑒱 !
DrLakshman Jha Parimal
धर्मराज
धर्मराज
Vijay Nagar
कठिन समय आत्म विश्लेषण के लिए होता है,
कठिन समय आत्म विश्लेषण के लिए होता है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
अगर मैं गलत हूं तो सही कौन है,अगर तू सही है तो गलत कौन है
अगर मैं गलत हूं तो सही कौन है,अगर तू सही है तो गलत कौन है
पूर्वार्थ
"मजमून"
Dr. Kishan tandon kranti
सावन का ,
सावन का ,
Rajesh vyas
प्रेम
प्रेम
Sanjay ' शून्य'
Loading...