Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Oct 2020 · 1 min read

बाढ़

************* बाढ़ ************
*****************************

जब हो भारी मात्रा में पानी अतिप्रवाह
जन जीवन बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में हो तबाह

अत्याधिक बरसात से हो पानी सरोबार
निकासी के अभाव में सर्वत्र जल प्रवाह

स्थान जो नदियों के जितना होता पास
वहाँ पर अत्याधिक होता है अतिप्रवाह

गांव हौ या शहर जहाँ आ जाती है बाढ़
घर बार सब बह जाए,मृत मवेशी गवाह

बाढ़ प्रभावित क्षेक्ष में कामकाज ठप्पा
आवागमन के रास्तों में जल भरे अथाह

वनस्पति,जीवों को भारी भरकम हानि
हाल बेहाल बद से बदत्तर बिन परवाह

सरकार को करनी चाहिए बाढ़ रोकथाम
ईजाद तौरतरीके से जल हो उत्तम प्रवाह

मलेरिया,डेंगू बीमारियों का हो आगमन
खाद्य आपूर्ति बंद से मुश्किल हो निर्वाह

मनसीरत जान माल का भारी नुकसान
जन जानवर जान से जाएं हो बेपरवाह
******************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 462 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
यूँ ही
यूँ ही
हिमांशु Kulshrestha
पिया की प्रतीक्षा में जगती रही
पिया की प्रतीक्षा में जगती रही
Ram Krishan Rastogi
सारा दिन गुजर जाता है खुद को समेटने में,
सारा दिन गुजर जाता है खुद को समेटने में,
शेखर सिंह
*कौन जाने जिंदगी यह ,जीत है या हार है (हिंदी गजल)*
*कौन जाने जिंदगी यह ,जीत है या हार है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
सफलता और असफलता के बीच आत्मछवि- रविकेश झा
सफलता और असफलता के बीच आत्मछवि- रविकेश झा
Ravikesh Jha
3554.💐 *पूर्णिका* 💐
3554.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हँसकर गुजारी
हँसकर गुजारी
Bodhisatva kastooriya
काव्य में सत्य, शिव और सौंदर्य
काव्य में सत्य, शिव और सौंदर्य
कवि रमेशराज
यारो ऐसी माॅं होती है, यारो वो ही माॅं होती है।
यारो ऐसी माॅं होती है, यारो वो ही माॅं होती है।
सत्य कुमार प्रेमी
मेरा केवि मेरा गर्व 🇳🇪 .
मेरा केवि मेरा गर्व 🇳🇪 .
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मुक्तक
मुक्तक
Sonam Puneet Dubey
चाहे लाख महरूमियां हो मुझमे,
चाहे लाख महरूमियां हो मुझमे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पूरा दिन जद्दोजहद में गुजार देता हूं मैं
पूरा दिन जद्दोजहद में गुजार देता हूं मैं
शिव प्रताप लोधी
I know
I know
Bindesh kumar jha
सुनले पुकार मैया
सुनले पुकार मैया
Basant Bhagawan Roy
आँशुओ ने कहा अब इस तरह बहा जाय
आँशुओ ने कहा अब इस तरह बहा जाय
Rituraj shivem verma
"अदा "
Dr. Kishan tandon kranti
जब वो मिलेगा मुझसे
जब वो मिलेगा मुझसे
Vivek saswat Shukla
#क़तआ / #मुक्तक
#क़तआ / #मुक्तक
*प्रणय*
चल रही हूँ मैं ,
चल रही हूँ मैं ,
Manisha Wandhare
बड़ी सुहानी सी लगे,
बड़ी सुहानी सी लगे,
sushil sarna
बहुत पढ़ी थी जिंदगी में
बहुत पढ़ी थी जिंदगी में
VINOD CHAUHAN
ये हल्का-हल्का दर्द है
ये हल्का-हल्का दर्द है
कवि दीपक बवेजा
फागुन (मतगयंद सवैया छंद)
फागुन (मतगयंद सवैया छंद)
संजीव शुक्ल 'सचिन'
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ६)
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ६)
Kanchan Khanna
संभावना है जीवन, संभावना बड़ी है
संभावना है जीवन, संभावना बड़ी है
Suryakant Dwivedi
हसलों कि उड़ान
हसलों कि उड़ान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
🍁तेरे मेरे सन्देश- 8🍁
🍁तेरे मेरे सन्देश- 8🍁
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Stop chasing people who are fine with losing you.
Stop chasing people who are fine with losing you.
पूर्वार्थ
आप अपनी नज़र से
आप अपनी नज़र से
Dr fauzia Naseem shad
Loading...