Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Sep 2024 · 1 min read

बाहर मीठे बोल परिंदे..!

बाहर मीठे बोल परिंदे,
मन के अंदर झोल परिंदे।

दुनिया में जीना है तुझको,
मुख में मिश्री घोल परिंदे।

कहना है जो, उसको पहले,
हिय के भीतर तोल परिंदे।

रिश्वत का बाजार लगा है,
सबका निश्चित मोल परिंदे।

जिसकी कुर्सी जितनी ऊंची,
उसमें उतनी पोल परिंदे।

आपाधापी में, जीवन की,
मत हो डांवाडोल परिंदे।

कर ले रिश्तों पर तुरपाई,
हर बंधन अनमोल परिंदे।

धर्म अधर्म समझना है तो,
मन के दर्पण खोल परिंदे।

सच से कब तक भागेगा तू,
दुनिया है यह गोल परिंदे।

पंकज शर्मा “परिंदा”🕊️

Language: Hindi
43 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सत्य का सामना करना आ गया।
सत्य का सामना करना आ गया।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
उसकी इबादत आखिरकार रंग ले ही आई,
उसकी इबादत आखिरकार रंग ले ही आई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आखिर क्यूं?
आखिर क्यूं?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
गरिमा
गरिमा
इंजी. संजय श्रीवास्तव
बुंदेली दोहे- कीचर (कीचड़)
बुंदेली दोहे- कीचर (कीचड़)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बना रही थी संवेदनशील मुझे
बना रही थी संवेदनशील मुझे
Buddha Prakash
न लिखना जानूँ...
न लिखना जानूँ...
Satish Srijan
लड़को यह जानने समझने के बाद बहुत आसानी होगी तुम्हे कि नदी हम
लड़को यह जानने समझने के बाद बहुत आसानी होगी तुम्हे कि नदी हम
पूर्वार्थ
नन्हा मछुआरा
नन्हा मछुआरा
Shivkumar barman
तुम बदल जाओगी।
तुम बदल जाओगी।
Rj Anand Prajapati
प्यार
प्यार
Ashok deep
बाबू
बाबू
Ajay Mishra
*राम-अयोध्या-सरयू का जल, भारत की पहचान हैं (गीत)*
*राम-अयोध्या-सरयू का जल, भारत की पहचान हैं (गीत)*
Ravi Prakash
बालि हनुमान मलयुद्ध
बालि हनुमान मलयुद्ध
Anil chobisa
"इमली"
Dr. Kishan tandon kranti
अतीत के पन्ने (कविता)
अतीत के पन्ने (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
ಅದು ಯಶಸ್ಸು
ಅದು ಯಶಸ್ಸು
Otteri Selvakumar
हे विश्वनाथ महाराज, तुम सुन लो अरज हमारी
हे विश्वनाथ महाराज, तुम सुन लो अरज हमारी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
चाहो न चाहो ये ज़िद है हमारी,
चाहो न चाहो ये ज़िद है हमारी,
Kanchan Alok Malu
कहीं ना कहीं कुछ टूटा है
कहीं ना कहीं कुछ टूटा है
goutam shaw
माँ ऐसा वर ढूंँढना
माँ ऐसा वर ढूंँढना
Pratibha Pandey
उस दर पे कदम मत रखना
उस दर पे कदम मत रखना
gurudeenverma198
4599.*पूर्णिका*
4599.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
18, गरीब कौन
18, गरीब कौन
Dr .Shweta sood 'Madhu'
नफरत थी तुम्हें हमसे
नफरत थी तुम्हें हमसे
Swami Ganganiya
17. बेखबर
17. बेखबर
Rajeev Dutta
आदिवासी होकर जीना सरल नहीं
आदिवासी होकर जीना सरल नहीं
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
अनचाहे फूल
अनचाहे फूल
SATPAL CHAUHAN
ख़ुद-बख़ुद टूट गया वक़्त के आगे बेबस।
ख़ुद-बख़ुद टूट गया वक़्त के आगे बेबस।
*प्रणय प्रभात*
उड़ कर बहुत उड़े
उड़ कर बहुत उड़े
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
Loading...