Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Feb 2017 · 1 min read

“बाहर क्यों सन्नाटा है”

मन में इतना शोर मचा है,
बाहर क्यों सन्नाटा है।
गहरे दरिया में तूफान घना है,
साहिल क्यों घबराता है।
मन में इतना शोर मचा है,
बाहर क्यों सन्नाटा है।
ओर मिले ना छोर जहां पर,
एेसा भँवर फसाया है।
मन में इतना शोर मचा है,
बाहर क्यों सन्नाटा है।।
…निधि…

Language: Hindi
1 Like · 473 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वक्त आने पर भ्रम टूट ही जाता है कि कितने अपने साथ है कितने न
वक्त आने पर भ्रम टूट ही जाता है कि कितने अपने साथ है कितने न
Ranjeet kumar patre
ठहर ठहर ठहर जरा, अभी उड़ान बाकी हैं
ठहर ठहर ठहर जरा, अभी उड़ान बाकी हैं
Er.Navaneet R Shandily
*महान आध्यात्मिक विभूति मौलाना यूसुफ इस्लाही से दो मुलाकातें*
*महान आध्यात्मिक विभूति मौलाना यूसुफ इस्लाही से दो मुलाकातें*
Ravi Prakash
खुला आसमान
खुला आसमान
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
मैं सत्य सनातन का साक्षी
मैं सत्य सनातन का साक्षी
Mohan Pandey
ऐसे साथ की जरूरत
ऐसे साथ की जरूरत
Vandna Thakur
भूख 🙏
भूख 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
आज ही का वो दिन था....
आज ही का वो दिन था....
Srishty Bansal
💐प्रेम कौतुक-156💐
💐प्रेम कौतुक-156💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
राम-वन्दना
राम-वन्दना
विजय कुमार नामदेव
मैं भटकता ही रहा दश्त ए शनासाई में
मैं भटकता ही रहा दश्त ए शनासाई में
Anis Shah
उनसे बिछड़ कर ना जाने फिर कहां मिले
उनसे बिछड़ कर ना जाने फिर कहां मिले
श्याम सिंह बिष्ट
जिंदगी जीना है तो खुशी से जीयों और जीभर के जीयों क्योंकि एक
जिंदगी जीना है तो खुशी से जीयों और जीभर के जीयों क्योंकि एक
जय लगन कुमार हैप्पी
World Environment Day
World Environment Day
Tushar Jagawat
मैं भौंर की हूं लालिमा।
मैं भौंर की हूं लालिमा।
Surinder blackpen
जियो जी भर
जियो जी भर
Ashwani Kumar Jaiswal
अजीब शौक पाला हैं मैने भी लिखने का..
अजीब शौक पाला हैं मैने भी लिखने का..
शेखर सिंह
उम्र निकलती है जिसके होने में
उम्र निकलती है जिसके होने में
Anil Mishra Prahari
"गलतफहमी"
Dr. Kishan tandon kranti
।।अथ श्री सत्यनारायण कथा चतुर्थ अध्याय।।
।।अथ श्री सत्यनारायण कथा चतुर्थ अध्याय।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
यादगार
यादगार
Bodhisatva kastooriya
"इन्तेहा" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
अपना सपना :
अपना सपना :
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
"रामगढ़ की रानी अवंतीबाई लोधी"
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
Childhood is rich and adulthood is poor.
Childhood is rich and adulthood is poor.
सिद्धार्थ गोरखपुरी
3080.*पूर्णिका*
3080.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मैथिली पेटपोसुआ के गोंधियागिरी?
मैथिली पेटपोसुआ के गोंधियागिरी?
Dr. Kishan Karigar
परिस्थितियां अनुकूल हो या प्रतिकूल  ! दोनों ही स्थितियों में
परिस्थितियां अनुकूल हो या प्रतिकूल ! दोनों ही स्थितियों में
Tarun Singh Pawar
चुनिंदा अशआर
चुनिंदा अशआर
Dr fauzia Naseem shad
फूलों की महक से मदहोश जमाना है...
फूलों की महक से मदहोश जमाना है...
कवि दीपक बवेजा
Loading...