बाल बिखरे से,आखें धंस रहीं चेहरा मुरझाया सा हों गया !
बाल बिखरे से,आखें धंस रहीं
चेहरा मुरझाया सा हों गया
पूछते हैं घरवाले भी अब,
बेटा तुझे क्या हों गया!
अब कैसे बताऊ मैं उन्हें
मेरा होना या ना होना, सब एक सा हो गया
एक खूबसूरत सा कौना था मेरा
एक खूबसूरत सा कौना था मेरा
वो कहीं खों गया!
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