*** बाल गीत **
प्यारा चंदा प्यारे तारे
आसमान में चमके सारे ।
सूरज के आने से पहले
सारी रात जगाते तारे ।
कभी नहीं आपस में लड़ते
मिलजुलकर रहते हैं सारे ।
प्यारे आकर तुम बतलादो
आसमान में कितने तारे ।
क्या-क्या जाति-धर्म है इनके
कहाँ – कहाँ से आते सारे ?
नहीं इनका कोई मज़हब
दुनियां को चमकाते तारे ।
हिलमिलकर रहते हैं सारे
भेद भुलाकर तारे सारे ।
आओ हम भी सीखें इनसे
मिलजुलकर आपस में रहना ।
प्यारा चंदा प्यारे तारे
आसमान में चमके सारे ।।
?मधुप बैरागी