बाल गीत “लंबू चाचा आये हैं”
लंबू चाचा आये हैं।
खेल खिलोने लाये हैं।।
रंग- बिरंगे गुब्बारे हैं।
संग में चमक सितारे हैं।
आओ भैया बाहर आओ।
दिल धक-धक मत ना धड़काओ।
मिलकर सारे मौज मनाओ।
पप्पू भैया जल्दी आओ।।
लाल सुनहरे नीले पीले ।
गुब्बारे हैं बहुत रॅगीले।।
थैले में हैं भरे खिलौने।
संगी साथी हैं कुछ बौने।
तरह- -तरह के खेल दिखाते।
रस्सी पर हैं वो चढ़ जाते।।
मीठे- —मीठे गीत सुनाते।
सबके मन को हैं वो भाते।।
पप्पू भैया आ जाओ ना।
हमको अधिक सताओ ना।।
लंबू चाचा चले जायेंगे।
फिर कैसे मौज मनायेंगे।।
#अटल मुरादाबादी #
९६५०२९११०८