बाल कृष्ण लीला रहस्य
बाल कृष्ण ने लीलाऐं कर,
संदेश सूक्ष्म अति दिये विश्व को,
कृष्ण मुरारी नटवर माधव,
नाम दिये शुचि जनमानस ने।
नवनीत दधि शुचि सार तत्व,
होता ज्यों मात्र दुग्ध का चारु,
माखन दधि की चोरी कर नित,
सार तत्व ईश्वर बतलाया।
मृदा ग्रहण कर अपने श्रीमुख,
संदेश विश्व को दिया अकाट्य,
पंचतत्व निर्मित भौतिक शुचि,
गातांतर्गत यह ब्रह्माण्ड सकल।
धवल चंद्र की माँग पार्श्व में,
मात्र खिलौने सृष्टि के अवयव,
सत्य तथ्य शुचि परमशक्ति ही,
मायावी भंगुर भौतिक सबकुछ।
दैत्यों के वध की अनुपम लीला,
उद्देश्य अवतरण का भूतल पर,
गोपी की मटकियाँ तोड़ना,
संदेश यही संचय मत करना।
–मौलिक एवम स्वरचित–
अरुण कुमार कुलश्रेष्ठ
लखनऊ (उ.प्र.)