बाल कविता
चूहे राजा की हुई सगाई।
सब साथी छक खाई मिठाई।
चुहिया रानी खूब नाच दिखाई।
सारे बाराती खूब मौज उडाई।
देखा वहां एक बिल्ली आई।
चूहों की अब आफत आई।
बिल्ली देखी रखी दूध मलाई।
मन ही मन वह खूब ललचाई।
चूहों को वह मार भगाई
चपर चपर कर दूध मलाई खाई।
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सत्यम गुप्ता
फतेहपुर