बाल-कविता: ‘मम्मी-पापा’
#मम्मी-पापा
(बाल-कविता)
मम्मी पापा हमको प्यारे।
जग में लगते सबसे न्यारे।।
उठकर सुबह प्रणाम करें हम।
चरण-स्पर्श कर ध्यान धरें हम।।
सब इच्छाएँ पूरी करते।
खुशहाली जीवन में भरते।।
प्रथम परीक्षा में हम आते।
फूल ख़ुशी से दोनों जाते।।
जो माँगें वह चीजें देते।
दर्द हमारे ख़ुद सह लेते।।
कपट कभी हम नहीं करेंगे।
दोनों के हम संग रहेंगे।।
कवि- आर.एस. ‘प्रीतम’
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