बाल कविता ; बादल
उमड़ घुमड़ कर आते बादल
सबका दिल दहलाते बादल
छोटू अपने घर में बैठा दुबका
डराते है उसको काले बादल
एक परी रहती है उसके पास
छोटू को लगी है उससे आस
परी बादल को दूर भगाएगी
छोटू जायेगा मम्मी के पास
-आकिब जावेद