बालगीत
‘बालगीत’
अंग्रेजी अल्फाबेट के क्रम में काव्य-लेखन
शब्दों के चयन की सूची- A-चींटी, B-ब्रश, C-कलर, D-डॉग, E-इंजन, F-फ्लैग, G-ग्रीन, H-अश्व, I-भारत, J-जंगल, K-पतंग, L-ज्योति, M-माँ, N-अंक, O-उल्लू, P-पाइनट्री, Q-कोयल, R-कक्ष, S-भानु, T-विटप, U-ऊपर, V-वैजीटेबिल, W-तरबूज़, X-एक्सरेज़, Y-पीली, Z-ज़ूम।
A- #चींटी श्रमजीवी जगत,सुनो बताऊँ राज़।
कर्मशील की सीख दे, करती अविरल काज।।
B- उठो सवेरे #ब्रश करो, हरता दंत विकार।
C- #कलर करो मिल चित्र में, सुंदर दो आकार।।
D- #डॉग के संग खेलना, बच्चों के मन भाय।
रखवाली घर की करे, स्वामीभक्त कहाय।।
E- #इंजन छुक-छुक चल रहा, सीटी मार बुलाय।
F, G- #फ्लैग #ग्रीन टी.टी.दिखा, चढ़ा ट्रेन मुस्काय।।
H- उड़नवेग चेतक चला, सर-सर दौड़ा जाय।
#अश्व जान पर खेलकर, जीत प्रताप दिलाय।।
I- #भारत का रक्षक बनूँ, भारत मेरी जान।
बलिदानी बन भाग्य पर, करूँ सदा अभिमान।।
J- #जंगल भू की संपदा, औषधि का भंडार।
पशु-पक्षी इसमें बसें, दो इनको विस्तार।।
K- #पतंग सम रख हौसले, ऊँची भरो उड़ान।
जीत तुम्हारे हाथ है, बनो देश की शान।।
L- नफ़रत उर से त्यागकर, रखो प्रेम मन धीर।
जीवन-#ज्योति प्रदीप्त कर, हर लो दूजी पीर।।
M- #माँ देवों में श्रेष्ठ है, ममता का भंडार।
माँ ही पूजा-अर्चना, माँ से है संसार ।।
N- अधिक #अंक पाकर मिले, आत्मतोष, अरु मान।
कमर कस मेहनत करो, मिले तुम्हें पहचान।।
O- दिनभर जो सोता रहे, जागे सारी रात।
#उल्लू संज्ञा मूर्ख की, होती यह पशु जात।।
P, Q,R- #पाइनट्री #कोयल करे, बैठी नित गुणगान।
#कक्ष स्वच्छ रख कर बचो, देती है संज्ञान।।
S,T- स्वर्णिम आभा #भानु की, जगत करे उजियार।
प्राणवायु दे #विटप ही, बनते हैं आधार।।
U,V,W- वानर #ऊपर बैठकर, #वैजीटेबिल खाय।
देख हाथ #तरबूज़ को, जी उसका ललचाय।।
X- कोरोना जग व्याप्त है, बढ़ता रोग-विकार।
#एक्सरेज़ दिखता नहीं, संख्या बढ़ी अपार।।
Y, Z- #पीली चादर ओढ़कर, आया है मधुमास।
#ज़ूम करो तस्वीर को, दिखे क्षेत्र-विन्यास।।
डॉ. रजनी अग्रवाल ‘वाग्देवी रत्ना’
वाराणसी (उ. प्र.)