बालगीत
गर्मी का है मौसम आया
संग में अपने छुट्टी लाया
दूर कहीं जाएंगे घूमने
नाना नानी से भी मिलने
गांव शहर हर जगह फिरेंगे
हम बच्चे कई जगह चलेंगे
बारिश फिर जब आएगी
मौसम में ठंडी लाएगी
खुल जाएगा स्कूल हमारा
हम जाएंगे पढ़ने दुबारा
नहीं कभी परेशान करेंगे
सबका कहना हम मानेंगे
दादी से सुनकर कहानियां
दोस्तों संग साझा करेंगे
बालगीत का करके गान
शैलेन्द्र का बचपन याद करेंगे
हम बच्चे नन्हे मुन्ने
हर रोज इसे गाया करेंगे