बारी है
राम जी आ गए
शंकर जी आ रहे
कृष्ण जी की बारी है।
अयोध्या जीती
काशी लड़ रहे
निश्चित जीत हमारी है।।
मंदिर दब गए
मस्जिद बन गयी
ये कैसे इबादत गाह हैं।
मंदिर की नींव पर
मस्जिद के नाम पर
ये कैसी अजब चाह है।।
अल्लाह हो या ईश्वर
मत लड़ो उनके नाम पर
जिसका है उसका रहने दो।
सिर्फ दिल की सुनो
विचार विमर्श करो
दुनिया कहती है तो कहने दो।।