” बारिश “
आसमान में बिजली ने अपनी चमक चमकाई है ,
नए उमंग जैसे हृदय में समाई है ।
लगता है आज फिर बारिश आई है ,
कई नए नगमों की सौगात साथ लाई है ।
मिट्टी की सौंधी खुशबू की महक आई है ,
आज बारिश फिर तन – मन को भिगोने आई है ।
मौसम ने भी अपना किरदार निभाई है ,
कुछ पल की बौछार अपने साथ लाई है ।
हर एक बूंद में शबनम समाई है ,
लगता है आज की बारिश अपने यौवन पर आई है ।
? धन्यवाद ?
✍️ ज्योति ✍️
नई दिल्ली