बारिश जल्दी आव न
जरत बा घाम से कपार
बदरवा जल्दी आव ना
सहल न जाता गर्मी के मार
बदरवा जल्दी आव ना
सुरुज देव लागत बा कोपल बाटें
नाही होत उ तनिको कोमल बाटें
मचल बा खूब हाहाकार
बदरवा जल्दी आव ना
सहल न जाता गर्मी के मार
बदरवा जल्दी आव ना
ताल -तलैया में तनिको न पानी बाटे
जीवन जीयल न अब आसानी बाटे
गिरी कब धरती पे तुहार फुहार
बदरवा जल्दी आव ना
सहल न जाता गर्मी के मार
बदरवा जल्दी आव ना
हाल पूछा न केतना बेहाल भइल बा
गर्मी बहुत ज्यादा अबके साल भइल बा
गर्मी में जरत बात संसार
बदरवा जल्दी आव ना
सहल न जाता गर्मी के मार
बदरवा जल्दी आव ना