Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2021 · 1 min read

*”बारिश का पानी “*

“बारिश का पानी”
बूंदो की पड़ी फुहार ,रिमझिम सा बरसता वो बारिश का पानी।
तनमन को भिंगोने आया ,आँगन में टपकता वो बारिश का पानी।
मन की उम्मीदों को जगाने ,फिर आस बंधाने आया वो बारिश का पानी।
कागज की कश्ती बना ,फिर से बचपन मे लौटाया वो बारिश का पानी।
सावन भादो झड़ी लगा ,ठंडी हवाओं से एहसास कराता वो बारिश का पानी।
मन मयूर सा नाच उठता ,मधुर संगीत की धुन छेड़ जाता वो बारिश का पानी।
उमड़ घुमड़ काले बदरा छाए ,धरा की प्यास बुझाता वो बारिश का पानी।
खेतों में बीज लगा ,लहलहाते फसलों की उपज बढ़ाता वो बारिश का पानी।
हरी भरी वादियाँ चहुँ ओर ,वसुंधरा का अनुपम श्रृंगार कराता वो बारिश का पानी।
अंबर की लालिमा देख सतरंगी इंद्रधनुषी अदभुत छटा बिखेरता वो बारिश का पानी।
लालायित धरती की प्यास बुझाकर ,सुंदर मधुवन मन मोह लेता वो बारिश का पानी।
मेघदूत भ्रमण कर गरजता बरसता,सूरज मूक दर्शक बन बादलों छुपता वो बारिश का पानी।
वो रिमझिम बारिश का बरसता पानी।
शशिकला व्यास

9 Likes · 10 Comments · 826 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गर्मी ने दिल खोलकर,मचा रखा आतंक
गर्मी ने दिल खोलकर,मचा रखा आतंक
Dr Archana Gupta
4082.💐 *पूर्णिका* 💐
4082.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
परम तत्व का हूँ  अनुरागी
परम तत्व का हूँ अनुरागी
AJAY AMITABH SUMAN
*क्रम चलता आने-जाने का, जन जग में खाली आते हैं (राधेश्यामी छ
*क्रम चलता आने-जाने का, जन जग में खाली आते हैं (राधेश्यामी छ
Ravi Prakash
मेरी लाज है तेरे हाथ
मेरी लाज है तेरे हाथ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
यादों की महफिल सजी, दर्द हुए गुलजार ।
यादों की महफिल सजी, दर्द हुए गुलजार ।
sushil sarna
चल रही हूँ मैं ,
चल रही हूँ मैं ,
Manisha Wandhare
प्रेम है तो जता दो
प्रेम है तो जता दो
Sonam Puneet Dubey
रोशनी
रोशनी
Neeraj Agarwal
मैं और मेरी तन्हाई
मैं और मेरी तन्हाई
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
पधारे दिव्य रघुनंदन, चले आओ चले आओ।
पधारे दिव्य रघुनंदन, चले आओ चले आओ।
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
अमूक दोस्त ।
अमूक दोस्त ।
SATPAL CHAUHAN
सब मुकम्मल है अपनी नज़रों में ।
सब मुकम्मल है अपनी नज़रों में ।
Dr fauzia Naseem shad
*मेरे साथ तुम हो*
*मेरे साथ तुम हो*
Shashi kala vyas
समय एक जैसा किसी का और कभी भी नहीं होता।
समय एक जैसा किसी का और कभी भी नहीं होता।
पूर्वार्थ
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Mukesh Kumar Sonkar
स्त्री
स्त्री
Shweta Soni
"प्रेम"
शेखर सिंह
अधिकतर ये जो शिकायत करने  व दुःख सुनाने वाला मन होता है यह श
अधिकतर ये जो शिकायत करने व दुःख सुनाने वाला मन होता है यह श
Pankaj Kushwaha
नव वर्ष मंगलमय हो
नव वर्ष मंगलमय हो
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
“दूल्हे की परीक्षा – मिथिला दर्शन” (संस्मरण -1974)
“दूल्हे की परीक्षा – मिथिला दर्शन” (संस्मरण -1974)
DrLakshman Jha Parimal
मै खामोश हूँ , कमज़ोर नहीं , मेरे सब्र का  इम्तेहान न ले ,
मै खामोश हूँ , कमज़ोर नहीं , मेरे सब्र का इम्तेहान न ले ,
Neelofar Khan
कभी मायूस मत होना दोस्तों,
कभी मायूस मत होना दोस्तों,
Ranjeet kumar patre
इतना कहते हुए कर डाली हद अदाओं की।
इतना कहते हुए कर डाली हद अदाओं की।
*प्रणय*
कभी कभी
कभी कभी
Mamta Rani
वज़्न -- 2122 1122 1122 22(112) अर्कान -- फ़ाइलातुन - फ़इलातुन - फ़इलातुन - फ़ैलुन (फ़इलुन) क़ाफ़िया -- [‘आना ' की बंदिश] रदीफ़ -- भी बुरा लगता है
वज़्न -- 2122 1122 1122 22(112) अर्कान -- फ़ाइलातुन - फ़इलातुन - फ़इलातुन - फ़ैलुन (फ़इलुन) क़ाफ़िया -- [‘आना ' की बंदिश] रदीफ़ -- भी बुरा लगता है
Neelam Sharma
चंचल मन***चंचल मन***
चंचल मन***चंचल मन***
Dinesh Kumar Gangwar
जीवन संघर्ष
जीवन संघर्ष
Raju Gajbhiye
नये साल में
नये साल में
Mahetaru madhukar
"मन बावरा"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...