*बारिश आई (बाल कविता)*
बारिश आई (बाल कविता)
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बारिश आई बारिश आई
मौसम बड़ा सुहाना लाई
(1)
आसमान में छाए बादल
इसमें होता नदिया का जल
बरसे तो धरती हर्षाई
बारिश आई बारिश आई
(2)
शाम लग रही दिन में प्यारी
झूम रहे उपवन हर क्यारी
कविता है पेड़ों ने गाई
बारिश आई बारिश आई
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रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451