Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Aug 2024 · 1 min read

बायण बायण म्है करूं, बायण म्हारी मात।

बायण बायण म्है करूं, बायण म्हारी मात।
आठ पहर चौसठ घड़ी, सिर पर राखो हात।।

जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️

23 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कपड़ों की तरहां मैं, दिलदार बदलता हूँ
कपड़ों की तरहां मैं, दिलदार बदलता हूँ
gurudeenverma198
3894.💐 *पूर्णिका* 💐
3894.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अगर ना मिले सुकून कहीं तो ढूंढ लेना खुद मे,
अगर ना मिले सुकून कहीं तो ढूंढ लेना खुद मे,
Ranjeet kumar patre
पत्नी   से   पंगा   लिया, समझो   बेड़ा  गर्क ।
पत्नी से पंगा लिया, समझो बेड़ा गर्क ।
sushil sarna
ग़ज़ल --
ग़ज़ल --
Seema Garg
बुजुर्गो को हल्के में लेना छोड़ दें वो तो आपकी आँखों की भाषा
बुजुर्गो को हल्के में लेना छोड़ दें वो तो आपकी आँखों की भाषा
DrLakshman Jha Parimal
गीत..
गीत..
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
*
*"माँ कात्यायनी'*
Shashi kala vyas
"" *सौगात* ""
सुनीलानंद महंत
"दुनिया के बदलने का कोई ग़म नहीं मुझे।
*प्रणय प्रभात*
सत्य
सत्य
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
कठिन परिश्रम कर फल के इंतजार में बैठ
कठिन परिश्रम कर फल के इंतजार में बैठ
Krishna Manshi
"पहचान"
Dr. Kishan tandon kranti
हम बिहारी है।
हम बिहारी है।
Dhananjay Kumar
जय संविधान...✊🇮🇳
जय संविधान...✊🇮🇳
Srishty Bansal
“अशान्त मन ,
“अशान्त मन ,
Neeraj kumar Soni
शायरी - संदीप ठाकुर
शायरी - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
वो रंगीन स्याही भी बेरंग सी नज़र आयेगी,
वो रंगीन स्याही भी बेरंग सी नज़र आयेगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सब्र या धैर्य,
सब्र या धैर्य,
नेताम आर सी
जरूरी तो नहीं - हरवंश हृदय
जरूरी तो नहीं - हरवंश हृदय
हरवंश हृदय
जटिलताओं के आगे झुकना
जटिलताओं के आगे झुकना
VINOD CHAUHAN
एक दोहा दो रूप
एक दोहा दो रूप
Suryakant Dwivedi
नसीब में था अकेलापन,
नसीब में था अकेलापन,
Umender kumar
हम उस पीढ़ी के लोग है
हम उस पीढ़ी के लोग है
Indu Singh
स्वभाव
स्वभाव
अखिलेश 'अखिल'
आकाश से आगे
आकाश से आगे
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
उड़ रहा खग पंख फैलाए गगन में।
उड़ रहा खग पंख फैलाए गगन में।
surenderpal vaidya
*** बचपन : एक प्यारा पल....!!! ***
*** बचपन : एक प्यारा पल....!!! ***
VEDANTA PATEL
याद हो बस तुझे
याद हो बस तुझे
Dr fauzia Naseem shad
Loading...