Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jan 2017 · 1 min read

*बाबा साहेब ने कहा था*

बाबा साहेब ने कहा था
आखिरी वक्त
सावधान
कभी भी छल सकता है वक्त
इसलिए
मैं तुन्हें आगाह करता हूं
खोना मत अपने अधिकारों को यूं
बड़ी मुश्किल से जीती है मैंने ये जंग
सावधान सम्भलकर चल
देखकर चल
मेरा ये उठा हुआ हाथ सदैव
तुम्हें सावधान करता रहेगा
तुम मेरे इस बलिदान को
यूं ही व्यर्थ ना जाने देना
मेरी कही बात को ध्यान रखना
मुझे अपनों से ही डर लगता है
गैरों से तो मैं सावधान रहता हूं
आज दूसरा हमे हरा नहीं सकता
डरा नहीं सकता मगर
अपना ही हमे मरा सकता है
इसलिए सावधान
गैरों से और अपनों से
तभी हमारी अस्मिता बची रह सकती है
मैंने जो तुम्हारे लिए
निर्माण का रास्ता बनाया है
उस रास्ते पर सम्भलकर चलने की
मेरे इस निर्वाण दिवस पर सपथ लो
मेरी ये प्रतिमा तुम्हे आगाह करती है
अपनी प्रगति के इस
कारवां को रुकने नहीं देना
अनवरत चलते रहना
पहरुहे सावधान रहना ।।
?मधुप बैरागी

Language: Hindi
275 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from भूरचन्द जयपाल
View all
You may also like:
"हार्दिक स्वागत"
Dr. Kishan tandon kranti
" बंदिशें ज़ेल की "
Chunnu Lal Gupta
*जी लो ये पल*
*जी लो ये पल*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
कितना बदल रहे हैं हम
कितना बदल रहे हैं हम
Dr fauzia Naseem shad
3049.*पूर्णिका*
3049.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
क्षणभंगुर
क्षणभंगुर
Vivek Pandey
रोमांटिक रिबेल शायर
रोमांटिक रिबेल शायर
Shekhar Chandra Mitra
सृष्टि की उत्पत्ति
सृष्टि की उत्पत्ति
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
!..................!
!..................!
शेखर सिंह
जीवन का सफर
जीवन का सफर
Sidhartha Mishra
वो कालेज वाले दिन
वो कालेज वाले दिन
Akash Yadav
रंगों के पावन पर्व होली की हार्दिक बधाई व अनन्त शुभकामनाएं
रंगों के पावन पर्व होली की हार्दिक बधाई व अनन्त शुभकामनाएं
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
कशमें मेरे नाम की।
कशमें मेरे नाम की।
Diwakar Mahto
💐प्रेम कौतुक-333💐
💐प्रेम कौतुक-333💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
■
■ "शिक्षा" और "दीक्षा" का अंतर भी समझ लो महाप्रभुओं!!
*Author प्रणय प्रभात*
इन्सानियत
इन्सानियत
Bodhisatva kastooriya
झूठे से प्रेम नहीं,
झूठे से प्रेम नहीं,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
दर्द ए दिल बयां करु किससे,
दर्द ए दिल बयां करु किससे,
Radha jha
🤔कौन हो तुम.....🤔
🤔कौन हो तुम.....🤔
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
** मन मिलन **
** मन मिलन **
surenderpal vaidya
हर एक चेहरा निहारता
हर एक चेहरा निहारता
goutam shaw
हे महादेव
हे महादेव
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मन नहीं होता
मन नहीं होता
Surinder blackpen
लघुकथा-
लघुकथा- "कैंसर" डॉ तबस्सुम जहां
Dr Tabassum Jahan
*मनुज ले राम का शुभ नाम, भवसागर से तरते हैं (मुक्तक)*
*मनुज ले राम का शुभ नाम, भवसागर से तरते हैं (मुक्तक)*
Ravi Prakash
शब्द : एक
शब्द : एक
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
बाल दिवस पर मेरी कविता
बाल दिवस पर मेरी कविता
Tarun Singh Pawar
हिंदी भारत की पहचान
हिंदी भारत की पहचान
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
" अब मिलने की कोई आस न रही "
Aarti sirsat
क्या हमारी नियति हमारी नीयत तय करती हैं?
क्या हमारी नियति हमारी नीयत तय करती हैं?
Soniya Goswami
Loading...