बाबा साहेब की बानी संविधान
बाबा साहेब की बानी,
हर जुबां पर आ जाए।
भारत के जन-जन में
अमृत वचन समा जाए।
बाबा ने ऊंच-नीच का भेद,
अपनी कलम से मिटाए,
भटके हुए को राह,
सही-सही दिखला पाए,
बाबा साहेब तेरी बानी,
हर जुबां पर छा जाए।
असह्य दुख सह के,
कायम किया जो मिशाल,
बाबा साहेब तुझे रहा नहीं
कभी एक मलाल,
ज्ञान की तेरे ज्योति,
जगमग जग करा जाए,
बाबा साहेब तेरा संविधान
हर समय लहराए।
✍️ शिवपूजन यादव ‘सहज’
ग्राम + पोस्ट, रामपुरकठरवां लालगंज
आजमगढ़ उत्तर प्रदेश।