बाबा महादेव को पूरे अन्तःकरण से समर्पित —
बाबा महादेव को पूरे अन्तःकरण से समर्पित —
लक, भाग्य, नियति,किस्मत और क्या नहीं
क्या हुआ है बिन कर्म के बदौलत कहाँ कभी
तुम इनमें से जो मानते हो… सारा है सच मगर
गर बाबा की हाँ नहीं तो कुछ हासिल हुआ नहीं
-सिद्धार्थ गोरखपुरी