बापू
बहुत चर्चा हो रही है आजकल
तुम्हारी ‘बापू’।
पहले से ज्यादा जरूरत है
तुम्हारे आदर्शों को अपनाने की।
सत्य, प्रेम और अहिंसा का जो पाठ
तुमने पढाया
अपनाने लगे हैं सब आज
छुआछूत का भेदभाव समाप्त हो रहा है।
स्वच्छता को अपनाकर
चला दिया है ‘स्वच्छता अभियान
जुट गया है पूरा देश इसमें।
और अब प्लास्टिक से पर्यावरण को बचाने
नई मुहिम चला दी है हमने।
जिनका मकसद भारत को महान बनाना है।
फिर से विश्व गुरु बनाना है।
और अब तुम्हारा ‘रामराज्य’ का स्वप्न
साकार करना है ‘बापू’।
हमने तुम्हें देखा नहीं
पर तुम्हारे अनमोल वचनों में तुम्हें पाते हैं।
क्या तुम्हारे तीन बंदर कोई भूल जायेगा ‘बापू’।
अब देश की बागडोर ऐसे हाथों में है
जो अपने इरादों में मजबूत है।
——अशोक छाबडा.