*बादल (बाल कविता)*
बादल (बाल कविता)
काले-काले बादल आए
दिन में शाम सुहानी लाए
पानी यह नभ से बरसाते
धरती का मन खुश कर जाते
बार-बार आते हैं बादल
बार-बार बरसा जाते जल
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451
बादल (बाल कविता)
काले-काले बादल आए
दिन में शाम सुहानी लाए
पानी यह नभ से बरसाते
धरती का मन खुश कर जाते
बार-बार आते हैं बादल
बार-बार बरसा जाते जल
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451