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18 Jun 2023 · 1 min read

*बादल (बाल कविता)*

बादल (बाल कविता)

काले-काले बादल आए
दिन में शाम सुहानी लाए
पानी यह नभ से बरसाते
धरती का मन खुश कर जाते
बार-बार आते हैं बादल
बार-बार बरसा जाते जल

रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

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