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14 Jun 2023 · 1 min read

बादल बनके अब आँसू आँखों से बरसते हैं ।

बादल बनके अब आँसू आँखों से बरसते हैं ।
तेरे दर्शन को गिरिधर मेरे नैन तरसते हैं।
नीलम शर्मा ✍️

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